1.सिरके में एसिटिक अम्ल पाया जाता है
2.घरों में सिरका स्टार्च के किण्वन से बनता है
3.अम्लो के अम्लीय गुण उनके जलीय विलयन में मुक्त हाइड्रोजन आयन (H+) उत्तरदायी होता है
4.अम्लो एवं क्षारों की आधुनिक संकल्पना लॉरी एवं ब्रान्स्टेड ने 1923 ई.में दी
5.जल में कार्बन डाइऑक्साइड(CO2) प्रवाहित करने पर बना सोडा वाटर अम्लीय प्रकृति का होता है
6.दूध में लैक्टिक अम्ल पाया जाता है
7.अचार के परीक्षण हेतु उसमें एसिटिक एसिड मिलाया जाता है
8.सेब में मैलिक अम्ल पाया जाता है
9.फोटोग्राफी में ऑक्जेलिक अम्ल पाया जाता है
10.इमली में टार्टरिक अम्ल पाया जाता है
11.चाय में टेनिक अम्ल पाया जाता है
12.खाद्य पदार्थों के संरक्षण में बेंजोइक अम्ल का उपयोग किया जाता है
13.जल की कठोरता सोडियम कार्बोनेट एवं कैल्शियम हाइड्रोक्साइड द्वारा दूर की जाती है
14.मक्खन में ब्यूटीरिक अम्ल पाया जाता है
15.फार्मिक अम्ल, शीतल पेयों एवं एसिटिक अम्ल तीनों ही कार्बनिक एवं दुर्बल अम्ल है
16.बेकिंग पाउडर निर्माण में प्रयुक्त अम्ल टार्टरिक अम्ल है
17.चीटियों,बिच्छू ,मधु मक्खियों में फार्मिक अम्ल या मेथेनोइक एसिड पाया जाता है
18.लम्बे समय तक कठोर शारीरिक श्रम के पश्चात मांसपेशियों में थकान पेशियों में लैक्टिक अम्ल के कारण होता है
19.कोकाकोला का खट्टा स्वाद फास्फोरिक अम्ल के कारण होता है
20.कपड़े के स्याही एवं जंग के दाग धब्बे छुड़ाने हेतु का ऑक्जेलिक अम्ल का प्रयोग किया जाता है
21.नींबू का खट्टापन इसमें उपस्थित सिट्रिक अम्ल के कारण होता है
22.घी की प्रकृति अम्लीय होती है जिस का पीएच मान लगभग 6.5 होता है
23.वर्षा जल का पीएच मान 5.4 या कम होने को अम्ल वर्षा की संज्ञा देते हैं
24.जठर रस में हाइड्रोक्लोरिक अम्ल पाया जाता है
25.पौधों की अच्छी वृद्धि के लिए मृदा का पीएच मान 7 के आसपास होना चाहिए मृदा का पीएच मान 8 से अधिक होना क्षारीय मृदा कहलाता है
26.पीएच मूल्य किसी घोल के अम्लीय या क्षारीय होने का मूल्यांकन दर्शाता है
27.फलों के रस के परीक्षण के लिए सोडियम बेंजोइक का उपयोग किया जाता है
सोडियम बाई कार्बोनेट का कमर्शियल नाम बेकिंग सोडा है
28.मानव शरीर सामान्यतः 7 से 7.8 पीएच मान के बीच कार्य करता है
29.रक्त में उपस्थित फास्फोरस हमारे शरीर में अम्लीयता एवं क्षारीयता के बीच संतुलन बनाए रखता है
30.आवर्त सारिणी में सातवां आवर्त सभी भी अपूर्ण है
31.डी ब्लॉक के कुछ तत्व आफबाउ के नियम का पालन नहीं करते हैं
32.शीतलीकरण में नाइट्रोजन तत्व का आक्साइड होता है
33.आधुनिक आवर्त सारणी का आधार परमाणु क्रमांक है
34.प्रकृति में उपलब्ध अंतिम तत्व युरेनियम है
35.तत्वों का एक्टिनाइड समूह रेडियो सक्रिय समूह कहलाता है
36.यूनूनोक्तियम (Uo) खोजा गया नया तत्व है
37.जिंक धातु अम्ल एवं एल्कली के साथ क्रिया करके हाइड्रोजन निकालती है
38.जर्मन सिल्वर में चांदी की मात्रा नहीं होती है
39.पारा धातु सामान्य ताप पर द्रव अवस्था में रहता है
40.स्टिल मुख्यतः लोहा एवं कार्बन का मिश्रण है
41.बॉक्साइट एल्युमिनियम धातु का अयस्क है
42.एन्टिमनी स्टिबनाइट तत्व का अयस्क है
43.लोहे में जंग लगने से उसके भार में वृद्धि हो जाती है
44.प्लेटिनम कठोरतम धातुओं में से एक है
45.तांबा एक ऐसा धातु है जो पर्यावरण को प्रदूषित नहीं करता है
46.श्वेत फास्फोरस को पानी में रखा जाता है क्योंकि यह हवा की ऑक्सीजन से क्रिया कर जल उठता है परंतु जल से कोई प्रतिक्रिया नहीं करता है
47.जीवो में नाइट्रोजन प्रोटीन के रूप में पाया जाता है
48.सर्वाधिक कठोर तत्व हीरा है
49.पोटेशियम ब्रोमाइड का उपयोग नींद लेने वाली दवा के रूप में होता है
50.एक से अधिक धातुओ तथा अधातुओ के समांगी मिश्रण को मिश्र धातु कहते हैं मिश्र धातुओ के गुण अवयवी धातुओं के गुणों से भिन्न होते हैं
51.बेंजीन अरोमैटिक प्रकार के योगिक है
52.प्रथम संश्लेषित कार्बनिक यौगिक का प्रयोगशाला में निर्माण व्होलर ने किया था किसी कार्बनिक यौगिक के मुख्य गुण यौगीक के क्रियात्मक समूह पर निर्भर करता है एथेन खुली श्रृंखला का यौगिक है
53.ना चिपकने वाले खाना पकने वाले बर्तनों में टेफ्लान का लेप चढ़ा होता है
54.पॉलिथीन एथिलीन के बहुलीकरण द्वारा संश्लेषित किया जाता है
55.रेयान सेलुलोज से बनाया जाता है
56.थायोकाल रबर एक प्रकार की संश्लिष्ट रबर है
57.न्यूनतम ज्वलनशील रेशा टेरेलीन है
58.बेकेलाइट एवं फिनॉल फेर्मेल्डीहाईट के सहबहुलक है
59.नेप्रोप्रिन संश्लेषित रबर है
60.रबर को वल्कनिकृत करने के लिए प्रयुक्त तत्व सल्फर है
61.कागज पौधों के सेलुलोज से बनाया जाता है
62.प्राकृतिक रबर आइसोप्रिन का बहुलक है जो कि रबर के वृक्ष से लेटेक्स के रूप में प्राप्त होता है
63.CFC एक ग्रीन हाउस गैस जो ओजोन (O3) के क्षरण के लिए जिम्मेदार है
64.मीथेन को मार्स गैस के नाम से भी जाना जाता है
65.एथाइलीन रंगहीन गैस है इसे सूंघने से बेहोशी आ जाती है
66.औद्योगिक स्तर पर एथाइलीन का निर्माण पेट्रोलियम के भंजन द्वारा किया जाता है
67.एसिटिलीन रंगहीन गैस है कुछ अशुद्धियों के कारण इसमें लहसुन जैसी गंध होती है भीड़ को तितर-बितर करने के लिए अश्रु गैस(क्लोरो एसीटोफिनोन) का उपयोग होता है
68.मिथाइल एल्कोहल रंगहीन ज्वनशील द्रव होता है जो बहुत अधिक विषैला होता है
69.एथाइल एल्कोहल को “स्पिरिट ऑफ़ वाइन” भी कहा जाता है
70.डाइ एथाइल ईथर रंगहीन अति वाष्पशील द्रव होता है जिसे त्वचा में डालने से ठंडा अनुभव होता है
71.प्लास्टिक कृत्रिम रेशे ,खाद्य परिरक्षक ,स्नेहक,रेजिन,एंटीफ्रीज़ आदि बनाने में ग्लिसरोल का उपयोग किया जाता है
72.मानव मूत्र में यूरिया पाया जाता है
73.कैल्शियम ओक्जेलेट की मात्रा अधिक हो जाने पर मानव गुर्दे में पथरी पड़ जाती है संश्लेषित रबर,क्लोरोप्रिन या आइसोब्युटाइलिन का बहुलक होती है
74.नायलॉन मानव द्वारा संश्लेषित किया गया प्रथम रेशा है
75.सोडियम बेंजोएट का सर्वाधिक उपयोग खाद्य परिरक्षक के रूप में होता है
76.अपमार्जक कठोर जल के साथ कैल्शियम एवं मैग्नीशियम के घुलनशील बनाते हैं कैनोला,जेट्रोफा,सैफ्लिफोर्निया आदि पौधों से हरित डीजल प्राप्त किया जाता है
77.गैसेहाल में 90% सीसा रहित पेट्रोल तथा 10% एल्कोहल का मिश्रण होता है
78.निकिल उत्प्रेरक की उपस्थिति में तेलों के हाइड्रोजनीकरण द्वारा खाद्य वनस्पति तेल वनस्पति घी में बदल दिए जाते हैं
79.यूरिया यूरेनियम जीवाश्म ईंधन नहीं है
80.बुलेट प्रूफ पदार्थ बनाने के लिए पॉलीएमाइड नामक बहुलक प्रयुक्त होता है
81.सभी जैव यौगिको का अनिवार्य मूल तत्व कार्बन है82.आधुनिक रसायन विज्ञान का पिता सेवोसियर को कहा जाता है
83. विश्लेषिका रसायन में विभिन्न द्रव्यो का गुणात्मक तथा मात्रात्मक विश्लेषण किया जाता है
84.शुद्ध वायु समांग मिश्रण का उदाहरण होती है85.मिश्र धातुए समांगी मिश्रण होती है86.वायु गैस एवं जलवाष्प का मिश्रण है87.अल्कोहल एवं जल का मिश्रण समांगी मिश्रण है88.पेट्रोल एवं जल का मिश्रण विषमांगी है
89.तांबा प्रदूषण रहित तत्व है90.हाइड्रोजन सबसे हल्का तत्व है91.कार्बन मुख्यतः एक मिश्रण है लोहा एवं कार्बन का92.आसुत जल आसवन विधि द्वारा प्राप्त किया जाता है
93.निलंबन विषमांगी की तरह का मिश्रण है
94.कोलाइड विषमांगी की तरह का मिश्रण है
95.द्रव की प्लाज्मा अवस्था विद्युत की सुचालक होती है96.आर्सेनिक एवं एंटीमनी उपधातु श्रेणी के तत्व है97.ब्रोमीन कमरे के ताप पर द्रव अवस्था में पाया जाता है98.आसुत जल आसवन विधि से प्राप्त किया जाता है99.पीतल तांबा एवं जस्ते का मिश्रण है100. कोल्ड ड्रिंक में कार्बन डाइऑक्साइड गैस का जल में विलियन होता है101. तांबा शुद्ध पदार्थ है102. आर्सेनिक में धातु एवं अधातु दोनों तरह के गुण पाए जाते हैं103. नील्स बोर के मॉडल को आधुनिक भौतिकी की आधारशिला कहा जाता है
104. परमाणु का अधिकांश द्रव्यमान नाभिक में निहित होता है105. नील्स बोर ने अपना परमाणु मॉडल 1913 ईस्वी में प्रस्तुत किया
106. इलेक्ट्रॉन को नाभिक का चक्कर लगाने के लिए आवश्यक अभिकेंद्र बल इलेक्ट्रॉन एवं नाभिक के बीच कार्यकारी स्थिर विद्युत आकर्षण बल से प्राप्त होता है107. रदरफोर्ड का परमाणु मॉडल परमाणु के स्थायित्व एवं रेखीय स्पेक्ट्रम की संतोषजनक व्याख्या नहीं प्रस्तुत कर सका
108. बोर एवं बरी ने साथ में मिलकर तत्वों के इलेक्ट्रॉनिकविन्यास की योजना प्रस्तुत की थी109. हाइड्रोजन के सूक्ष्म स्पेक्ट्रम की व्याख्या सोमरफील्ड ने की110. हाईजेनबर्ग का अनिश्चितता का सिद्धांत बड़े कणों पर लागू नहीं होता है क्योंकि बड़े कणों का द्रव्यमान अधिक होता है111. परमाणु संरचना का आधुनिक विचार इलेक्ट्रॉन की तरंग प्रकृति पर आधारित है
112. हाइजेनबर्ग का अनिश्चितता सिद्धांत संवेग तथा स्थिति में अनिश्चितता विद्यमान होती है113. परमाणु की संरचना का आधुनिक विचार श्रांडीगर ने दिया
114. कक्षक के आकृति सबसे जटिल होती है115. किसी कोष की क्रम संख्या और उस कोश में उपकोशो की संख्या व्यक्त करती है116. P उपकोष में अधिकतम इलेक्ट्रॉनों की संख्या 6 हो सकती है117. किसी परमाणु या आयन चुम्बकीय गुणों की व्याख्या चक्रण क्वांटम संख्या करता है118. एक परमाणु में दो इलेक्ट्रॉनो की चारो संख्याए सामान नहीं हो सकती यह नियम पाउली का अपवर्जन नियम है119. एक मोल इलेक्ट्रान का भर 0.55 मिली ग्राम होता है120. परमाणु की बाह्यतम कक्षा में उपस्थिति इलेक्ट्रॉन संयोजी इलेक्ट्रॉन होते है
121. इलेक्ट्रॉन की खोज जे.जे. थॉमसन ने की122. इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान हाइड्रोजन परमाणु का 1/1837 वें भाग के बराबर होता है
123. परमाणु के नाभिक की खोज रदरफोर्ड ने 1911 ई. में की थी124. किसी तत्व के परमाण्विक भर को एटॉमिक मास यूनिट(a.m.u.) में व्यक्त किया जाता है125. न्यूट्रॉन एक विद्युत उदासीन कण है
126. हाइड्रोजन ही एक मात्र ऐसा तत्व है जिसके सभी समस्थानिकों के नाम अलग-अलग होते हैं127. पॉलोनियम सर्वाधिक समस्थानिकों वाला तत्व है128. जीवाश्मो ,मृत पेड़ पौधों की आयु निर्धारण के लिए कार्बन के रेडियोसक्रिय समस्थानिक का उपयोग किया जाता है129. सबसे मजबूत बंध एकल बंध होता है130. त्रिबंध से युक्त यौगिक सबसे क्रियाशील होते हैं131. विद्युत संयोजी यौगिको के बंध युक्त यौगिकों के क्वथनांक अधिक होते हैं
136. सहसंयोजक यौगिकों के अणु वांडरवाल्स बल से बंधे होते हैं137. सह संयोजी यौगिक अध्रुविय होते है और आसानी से घुल जाते हैं138. ग्रेफाइट तत्व का अणु सहसंयोजक बंध होने के बावजूद विद्युत् का सुचालक है
141. ऑक्साइड बनाने की क्रिया को ऑक्सीकरण कहते हैं142. द्रव्यमान संरक्षण का नियम सर्वप्रथम लोमोनोसाफ़ लोगों ने प्रतिपादित किया143. हवा में चांदी के बर्तनों का काला होना रासायनिक परिवर्तन है144. दूध से दही का बनना रासायनिक परिवर्तन है145. जल का वाष्प में परिवर्तन भौतिक परिवर्तन है146. नोबल गैस समान गुणों वाले रासायनिक तत्वों का एक समूह होता है
147. प्रमुख नोबल गैस है -He,Ne,Ar,Xe,Kr,Rn.
148. एक जलती हुई माचिस की तीली जब हाइड्रोजन गैस के संपर्क में आती है तो वह बुझ जाती है एवं गैस चाप ध्वनि के बाद जल जाती है
151. प्रिज्म से गुजरने पर श्वेत प्रकाश का सात रंगों में विभक्त होना भौतिक परिवर्तन है152. गलन ,वाष्पन, संघनन, हिमायन, आसवन,उर्ध्वपातन आदि भौतिक परिवर्तन है
153. जल में विद्युत प्रवाहित करने पर हाइड्रोजन एवं ऑक्सीजन प्राप्त होना रासायनिक परिवर्तन है154. ऊष्मा क्षेपी उसकी अभिक्रिया में ताप की उत्पत्ति होती है155. रासायनिक समीकरणों को द्रव्यमान संरक्षण के नियम द्वारा संतुलित किया जाता है156. कच्चे फल का पकना रासायनिक परिवर्तन है
158. सिरके का मुख्य घटक एसिटिक एसिड है159. अम्ल एवं क्षारों के पहचान के लिए लिटमस पेपर फिनाफ्थेलिन और मेथिल ऑरेंज का प्रयोग किया जाता है160. लिटमस लाइकेन से प्राप्त किया जाता है
161. अम्ल वर्षा मुख्यतया सल्फर डाइ ऑक्साइड ,नाइट्रोजन डाइ ऑक्साइड आदि के कारण होता है
162. चाय में टेनिक अम्ल पाया जाता है
2.घरों में सिरका स्टार्च के किण्वन से बनता है
3.अम्लो के अम्लीय गुण उनके जलीय विलयन में मुक्त हाइड्रोजन आयन (H+) उत्तरदायी होता है
4.अम्लो एवं क्षारों की आधुनिक संकल्पना लॉरी एवं ब्रान्स्टेड ने 1923 ई.में दी
5.जल में कार्बन डाइऑक्साइड(CO2) प्रवाहित करने पर बना सोडा वाटर अम्लीय प्रकृति का होता है
6.दूध में लैक्टिक अम्ल पाया जाता है
7.अचार के परीक्षण हेतु उसमें एसिटिक एसिड मिलाया जाता है
8.सेब में मैलिक अम्ल पाया जाता है
9.फोटोग्राफी में ऑक्जेलिक अम्ल पाया जाता है
10.इमली में टार्टरिक अम्ल पाया जाता है
11.चाय में टेनिक अम्ल पाया जाता है
12.खाद्य पदार्थों के संरक्षण में बेंजोइक अम्ल का उपयोग किया जाता है
13.जल की कठोरता सोडियम कार्बोनेट एवं कैल्शियम हाइड्रोक्साइड द्वारा दूर की जाती है
14.मक्खन में ब्यूटीरिक अम्ल पाया जाता है
15.फार्मिक अम्ल, शीतल पेयों एवं एसिटिक अम्ल तीनों ही कार्बनिक एवं दुर्बल अम्ल है
16.बेकिंग पाउडर निर्माण में प्रयुक्त अम्ल टार्टरिक अम्ल है
17.चीटियों,बिच्छू ,मधु मक्खियों में फार्मिक अम्ल या मेथेनोइक एसिड पाया जाता है
18.लम्बे समय तक कठोर शारीरिक श्रम के पश्चात मांसपेशियों में थकान पेशियों में लैक्टिक अम्ल के कारण होता है
19.कोकाकोला का खट्टा स्वाद फास्फोरिक अम्ल के कारण होता है
20.कपड़े के स्याही एवं जंग के दाग धब्बे छुड़ाने हेतु का ऑक्जेलिक अम्ल का प्रयोग किया जाता है
21.नींबू का खट्टापन इसमें उपस्थित सिट्रिक अम्ल के कारण होता है
22.घी की प्रकृति अम्लीय होती है जिस का पीएच मान लगभग 6.5 होता है
23.वर्षा जल का पीएच मान 5.4 या कम होने को अम्ल वर्षा की संज्ञा देते हैं
24.जठर रस में हाइड्रोक्लोरिक अम्ल पाया जाता है
25.पौधों की अच्छी वृद्धि के लिए मृदा का पीएच मान 7 के आसपास होना चाहिए मृदा का पीएच मान 8 से अधिक होना क्षारीय मृदा कहलाता है
26.पीएच मूल्य किसी घोल के अम्लीय या क्षारीय होने का मूल्यांकन दर्शाता है
27.फलों के रस के परीक्षण के लिए सोडियम बेंजोइक का उपयोग किया जाता है
सोडियम बाई कार्बोनेट का कमर्शियल नाम बेकिंग सोडा है
28.मानव शरीर सामान्यतः 7 से 7.8 पीएच मान के बीच कार्य करता है
29.रक्त में उपस्थित फास्फोरस हमारे शरीर में अम्लीयता एवं क्षारीयता के बीच संतुलन बनाए रखता है
30.आवर्त सारिणी में सातवां आवर्त सभी भी अपूर्ण है
31.डी ब्लॉक के कुछ तत्व आफबाउ के नियम का पालन नहीं करते हैं
32.शीतलीकरण में नाइट्रोजन तत्व का आक्साइड होता है
33.आधुनिक आवर्त सारणी का आधार परमाणु क्रमांक है
34.प्रकृति में उपलब्ध अंतिम तत्व युरेनियम है
35.तत्वों का एक्टिनाइड समूह रेडियो सक्रिय समूह कहलाता है
36.यूनूनोक्तियम (Uo) खोजा गया नया तत्व है
37.जिंक धातु अम्ल एवं एल्कली के साथ क्रिया करके हाइड्रोजन निकालती है
38.जर्मन सिल्वर में चांदी की मात्रा नहीं होती है
39.पारा धातु सामान्य ताप पर द्रव अवस्था में रहता है
40.स्टिल मुख्यतः लोहा एवं कार्बन का मिश्रण है
41.बॉक्साइट एल्युमिनियम धातु का अयस्क है
42.एन्टिमनी स्टिबनाइट तत्व का अयस्क है
43.लोहे में जंग लगने से उसके भार में वृद्धि हो जाती है
44.प्लेटिनम कठोरतम धातुओं में से एक है
45.तांबा एक ऐसा धातु है जो पर्यावरण को प्रदूषित नहीं करता है
46.श्वेत फास्फोरस को पानी में रखा जाता है क्योंकि यह हवा की ऑक्सीजन से क्रिया कर जल उठता है परंतु जल से कोई प्रतिक्रिया नहीं करता है
47.जीवो में नाइट्रोजन प्रोटीन के रूप में पाया जाता है
48.सर्वाधिक कठोर तत्व हीरा है
49.पोटेशियम ब्रोमाइड का उपयोग नींद लेने वाली दवा के रूप में होता है
50.एक से अधिक धातुओ तथा अधातुओ के समांगी मिश्रण को मिश्र धातु कहते हैं मिश्र धातुओ के गुण अवयवी धातुओं के गुणों से भिन्न होते हैं
51.बेंजीन अरोमैटिक प्रकार के योगिक है
52.प्रथम संश्लेषित कार्बनिक यौगिक का प्रयोगशाला में निर्माण व्होलर ने किया था किसी कार्बनिक यौगिक के मुख्य गुण यौगीक के क्रियात्मक समूह पर निर्भर करता है एथेन खुली श्रृंखला का यौगिक है
53.ना चिपकने वाले खाना पकने वाले बर्तनों में टेफ्लान का लेप चढ़ा होता है
54.पॉलिथीन एथिलीन के बहुलीकरण द्वारा संश्लेषित किया जाता है
55.रेयान सेलुलोज से बनाया जाता है
56.थायोकाल रबर एक प्रकार की संश्लिष्ट रबर है
57.न्यूनतम ज्वलनशील रेशा टेरेलीन है
58.बेकेलाइट एवं फिनॉल फेर्मेल्डीहाईट के सहबहुलक है
59.नेप्रोप्रिन संश्लेषित रबर है
60.रबर को वल्कनिकृत करने के लिए प्रयुक्त तत्व सल्फर है
61.कागज पौधों के सेलुलोज से बनाया जाता है
62.प्राकृतिक रबर आइसोप्रिन का बहुलक है जो कि रबर के वृक्ष से लेटेक्स के रूप में प्राप्त होता है
63.CFC एक ग्रीन हाउस गैस जो ओजोन (O3) के क्षरण के लिए जिम्मेदार है
64.मीथेन को मार्स गैस के नाम से भी जाना जाता है
65.एथाइलीन रंगहीन गैस है इसे सूंघने से बेहोशी आ जाती है
66.औद्योगिक स्तर पर एथाइलीन का निर्माण पेट्रोलियम के भंजन द्वारा किया जाता है
67.एसिटिलीन रंगहीन गैस है कुछ अशुद्धियों के कारण इसमें लहसुन जैसी गंध होती है भीड़ को तितर-बितर करने के लिए अश्रु गैस(क्लोरो एसीटोफिनोन) का उपयोग होता है
68.मिथाइल एल्कोहल रंगहीन ज्वनशील द्रव होता है जो बहुत अधिक विषैला होता है
69.एथाइल एल्कोहल को “स्पिरिट ऑफ़ वाइन” भी कहा जाता है
70.डाइ एथाइल ईथर रंगहीन अति वाष्पशील द्रव होता है जिसे त्वचा में डालने से ठंडा अनुभव होता है
71.प्लास्टिक कृत्रिम रेशे ,खाद्य परिरक्षक ,स्नेहक,रेजिन,एंटीफ्रीज़ आदि बनाने में ग्लिसरोल का उपयोग किया जाता है
72.मानव मूत्र में यूरिया पाया जाता है
73.कैल्शियम ओक्जेलेट की मात्रा अधिक हो जाने पर मानव गुर्दे में पथरी पड़ जाती है संश्लेषित रबर,क्लोरोप्रिन या आइसोब्युटाइलिन का बहुलक होती है
74.नायलॉन मानव द्वारा संश्लेषित किया गया प्रथम रेशा है
75.सोडियम बेंजोएट का सर्वाधिक उपयोग खाद्य परिरक्षक के रूप में होता है
76.अपमार्जक कठोर जल के साथ कैल्शियम एवं मैग्नीशियम के घुलनशील बनाते हैं कैनोला,जेट्रोफा,सैफ्लिफोर्निया आदि पौधों से हरित डीजल प्राप्त किया जाता है
77.गैसेहाल में 90% सीसा रहित पेट्रोल तथा 10% एल्कोहल का मिश्रण होता है
78.निकिल उत्प्रेरक की उपस्थिति में तेलों के हाइड्रोजनीकरण द्वारा खाद्य वनस्पति तेल वनस्पति घी में बदल दिए जाते हैं
79.यूरिया यूरेनियम जीवाश्म ईंधन नहीं है
80.बुलेट प्रूफ पदार्थ बनाने के लिए पॉलीएमाइड नामक बहुलक प्रयुक्त होता है
81.सभी जैव यौगिको का अनिवार्य मूल तत्व कार्बन है82.आधुनिक रसायन विज्ञान का पिता सेवोसियर को कहा जाता है
83. विश्लेषिका रसायन में विभिन्न द्रव्यो का गुणात्मक तथा मात्रात्मक विश्लेषण किया जाता है
84.शुद्ध वायु समांग मिश्रण का उदाहरण होती है85.मिश्र धातुए समांगी मिश्रण होती है86.वायु गैस एवं जलवाष्प का मिश्रण है87.अल्कोहल एवं जल का मिश्रण समांगी मिश्रण है88.पेट्रोल एवं जल का मिश्रण विषमांगी है
89.तांबा प्रदूषण रहित तत्व है90.हाइड्रोजन सबसे हल्का तत्व है91.कार्बन मुख्यतः एक मिश्रण है लोहा एवं कार्बन का92.आसुत जल आसवन विधि द्वारा प्राप्त किया जाता है
93.निलंबन विषमांगी की तरह का मिश्रण है
94.कोलाइड विषमांगी की तरह का मिश्रण है
95.द्रव की प्लाज्मा अवस्था विद्युत की सुचालक होती है96.आर्सेनिक एवं एंटीमनी उपधातु श्रेणी के तत्व है97.ब्रोमीन कमरे के ताप पर द्रव अवस्था में पाया जाता है98.आसुत जल आसवन विधि से प्राप्त किया जाता है99.पीतल तांबा एवं जस्ते का मिश्रण है100. कोल्ड ड्रिंक में कार्बन डाइऑक्साइड गैस का जल में विलियन होता है101. तांबा शुद्ध पदार्थ है102. आर्सेनिक में धातु एवं अधातु दोनों तरह के गुण पाए जाते हैं103. नील्स बोर के मॉडल को आधुनिक भौतिकी की आधारशिला कहा जाता है
104. परमाणु का अधिकांश द्रव्यमान नाभिक में निहित होता है105. नील्स बोर ने अपना परमाणु मॉडल 1913 ईस्वी में प्रस्तुत किया
106. इलेक्ट्रॉन को नाभिक का चक्कर लगाने के लिए आवश्यक अभिकेंद्र बल इलेक्ट्रॉन एवं नाभिक के बीच कार्यकारी स्थिर विद्युत आकर्षण बल से प्राप्त होता है107. रदरफोर्ड का परमाणु मॉडल परमाणु के स्थायित्व एवं रेखीय स्पेक्ट्रम की संतोषजनक व्याख्या नहीं प्रस्तुत कर सका
108. बोर एवं बरी ने साथ में मिलकर तत्वों के इलेक्ट्रॉनिकविन्यास की योजना प्रस्तुत की थी109. हाइड्रोजन के सूक्ष्म स्पेक्ट्रम की व्याख्या सोमरफील्ड ने की110. हाईजेनबर्ग का अनिश्चितता का सिद्धांत बड़े कणों पर लागू नहीं होता है क्योंकि बड़े कणों का द्रव्यमान अधिक होता है111. परमाणु संरचना का आधुनिक विचार इलेक्ट्रॉन की तरंग प्रकृति पर आधारित है
112. हाइजेनबर्ग का अनिश्चितता सिद्धांत संवेग तथा स्थिति में अनिश्चितता विद्यमान होती है113. परमाणु की संरचना का आधुनिक विचार श्रांडीगर ने दिया
114. कक्षक के आकृति सबसे जटिल होती है115. किसी कोष की क्रम संख्या और उस कोश में उपकोशो की संख्या व्यक्त करती है116. P उपकोष में अधिकतम इलेक्ट्रॉनों की संख्या 6 हो सकती है117. किसी परमाणु या आयन चुम्बकीय गुणों की व्याख्या चक्रण क्वांटम संख्या करता है118. एक परमाणु में दो इलेक्ट्रॉनो की चारो संख्याए सामान नहीं हो सकती यह नियम पाउली का अपवर्जन नियम है119. एक मोल इलेक्ट्रान का भर 0.55 मिली ग्राम होता है120. परमाणु की बाह्यतम कक्षा में उपस्थिति इलेक्ट्रॉन संयोजी इलेक्ट्रॉन होते है
121. इलेक्ट्रॉन की खोज जे.जे. थॉमसन ने की122. इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान हाइड्रोजन परमाणु का 1/1837 वें भाग के बराबर होता है
123. परमाणु के नाभिक की खोज रदरफोर्ड ने 1911 ई. में की थी124. किसी तत्व के परमाण्विक भर को एटॉमिक मास यूनिट(a.m.u.) में व्यक्त किया जाता है125. न्यूट्रॉन एक विद्युत उदासीन कण है
126. हाइड्रोजन ही एक मात्र ऐसा तत्व है जिसके सभी समस्थानिकों के नाम अलग-अलग होते हैं127. पॉलोनियम सर्वाधिक समस्थानिकों वाला तत्व है128. जीवाश्मो ,मृत पेड़ पौधों की आयु निर्धारण के लिए कार्बन के रेडियोसक्रिय समस्थानिक का उपयोग किया जाता है129. सबसे मजबूत बंध एकल बंध होता है130. त्रिबंध से युक्त यौगिक सबसे क्रियाशील होते हैं131. विद्युत संयोजी यौगिको के बंध युक्त यौगिकों के क्वथनांक अधिक होते हैं
136. सहसंयोजक यौगिकों के अणु वांडरवाल्स बल से बंधे होते हैं137. सह संयोजी यौगिक अध्रुविय होते है और आसानी से घुल जाते हैं138. ग्रेफाइट तत्व का अणु सहसंयोजक बंध होने के बावजूद विद्युत् का सुचालक है
141. ऑक्साइड बनाने की क्रिया को ऑक्सीकरण कहते हैं142. द्रव्यमान संरक्षण का नियम सर्वप्रथम लोमोनोसाफ़ लोगों ने प्रतिपादित किया143. हवा में चांदी के बर्तनों का काला होना रासायनिक परिवर्तन है144. दूध से दही का बनना रासायनिक परिवर्तन है145. जल का वाष्प में परिवर्तन भौतिक परिवर्तन है146. नोबल गैस समान गुणों वाले रासायनिक तत्वों का एक समूह होता है
147. प्रमुख नोबल गैस है -He,Ne,Ar,Xe,Kr,Rn.
151. प्रिज्म से गुजरने पर श्वेत प्रकाश का सात रंगों में विभक्त होना भौतिक परिवर्तन है152. गलन ,वाष्पन, संघनन, हिमायन, आसवन,उर्ध्वपातन आदि भौतिक परिवर्तन है
153. जल में विद्युत प्रवाहित करने पर हाइड्रोजन एवं ऑक्सीजन प्राप्त होना रासायनिक परिवर्तन है154. ऊष्मा क्षेपी उसकी अभिक्रिया में ताप की उत्पत्ति होती है155. रासायनिक समीकरणों को द्रव्यमान संरक्षण के नियम द्वारा संतुलित किया जाता है156. कच्चे फल का पकना रासायनिक परिवर्तन है
158. सिरके का मुख्य घटक एसिटिक एसिड है159. अम्ल एवं क्षारों के पहचान के लिए लिटमस पेपर फिनाफ्थेलिन और मेथिल ऑरेंज का प्रयोग किया जाता है160. लिटमस लाइकेन से प्राप्त किया जाता है
161. अम्ल वर्षा मुख्यतया सल्फर डाइ ऑक्साइड ,नाइट्रोजन डाइ ऑक्साइड आदि के कारण होता है
162. चाय में टेनिक अम्ल पाया जाता है












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